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Sunday 21 February 2016

आब तो मुस्करालो यारो खामोसी तो स्वर्ग मे भी है

सेब मीठा होना चाहिए, 
‘लाल’ तो 'आडवाणी' भी है

राष्ट्रपति कलाम होना चाहिए, 
‘मुखर्जी’ तो रानी भी है।

लड़का द्रविड जैसा होना चाहिए, 
‘राहुल’ तो 'गांधी' भी है।

लड़का हँडसम होना चाहिए, 
‘स्मार्ट’ तो फोन भी होते हैं।

इंसान का दिल बड़ा होना चाहिए, 
‘छोटा’ तो भीम भी है।

लड़की में अक्ल होनी चाहिए, 
‘सूरत’ तो गुजरात में भी है।

रिप्लाई ढंग का होना हिए, 
‘Hmmm’ तो भैंस भी करती है।

व्यक्ति को समझदार होना चाहिए, 
‘सेंसेटिव’ तो टूथपेस्ट भी है।

घूमना तो हिल स्टेशन पर चाहिए, 
‘गोवा’ तो पान मसाला भी है।

दवाई ठीक करने के लिए होना चाहिए, 
‘टेबलेट’ तो सैमसंग का भी है।

मोबाइल जनरल मोड पर होना चाहिए, 
‘साइलेंट’ तो मनमोहन भी हैं।

टीचर ज्यादा नंबर देने वाला होना चाहिए, 
‘अंडा’ तो मुर्गी भी देती है।

फोन तो आईफोन होना चाहिए, 
‘S1, S2...S4’ तो ट्रेन के डिब्बे भी होते है

इसको कहते है न्यू मेसेज..
 वरना न्यू तो दिल्ली भी है।

आब तो मुस्करालो यारो वर्ना 
खामोसी तो स्वर्ग मे भी है ।

वास्तविकता...

बच्चों की गलती नहीं है, जब स्त्रियां ( माताएं) दीपिका, कैटरीना  बनने के सपने देखती हो तो समाज में  महावीर या बुद्ध का जन्म कैसे हो?